हम जीवन में एकरसता से उब जाते हैं और मनोरंजन के साधन तलाश करने लगते हैं।
आध्यात्मिकताआध्यात्मिकता का अर्थ है मंदिर में बैठ कर भगवान के सामने भजन करना

- आध्यात्मिकता' शायद इस शब्द का अर्थ आजकल की युवा पीढ़ी को ज्ञात भी नहीं होगा। उनकी समझ से आध्यात्मिकता का अर्थ है मंदिर में बैठ कर भगवान के सामने भजन करना या कोई धर्म कांड। लेकिन सच्चाई इस से बहुत अलग है, आध्यात्मिकता का मतलब है अपने अंदर एक संतुलन बना कर रखना और मन में शांति लाना। आज जिसे देखो वो परेशान और अशांत है पर कारण शायद उन्हे भी नहीं पता होगा। अमेरिकी शोधार्थियों ने आध्यात्मिकता के लिए जिम्मेवार मस्तिष्क के हिस्से की पहचान करने का दावा किया है। वैज्ञानिक काफी समय से मानते रहे हैं कि मस्तिष्क में एक विशेष हिस्सा आध्यात्मिक अनुभूतियों के लिए जिम्मेवार होता है। हमारा मन बहुत ही चंचल है और वह हर समय विचलित रहता है, मन को काबू करना बहुत ही कठिन है। लेकिन आध्यात्म ही एक ऐसा मार्ग है जिसके द्वारा मन को नियंत्रण में किया जा सकता है। हम जीवन में एकरसता से उब जाते हैं और मनोरंजन के साधन तलाश करने लगते हैं। हम समझ नहीं पाते हैं कि इस खालीपन का कारण क्या है। हम खुद को खुश करने के लिए टी. वी, कम्प्युटर या मनोरंजक किताब का सहारा लेते हैं, इससे कुछ देर के लिए तो हमे राहत मिल जाती है लेकिन धीरे – धीरे तनाव और खालीपन फिर से हमारे मन पर छाने लगता है। यह तनाव और थकान असल में हमारी आत्मा का होता है, जिसे हम समझ ही नहीं पाते हैं। इस तनाव और खालीपन को दूर करने के लिए हमें अपने आप को आध्यात्म को समर्पण कर देना चाहिए। यदि आप में नकारात्मकता या घृणा है तो आपको समर्पण करना होगा। संतोष और खुशी जीवन में बहुत महत्वपूर्ण हैं, अन्य बातों का आना जाना लगा रहेगा। सच पूछिये तो आध्यात्म और कुछ भी नहीं, बल्कि आपका अपना ही आन्तरिक संतुलन है और इसे पूरी संवेदनशीलता के साथ बहुत गहराई से महसूस किया जाना चाहिए। और एक बार यदि आपने आन्तरिक संतुलन कायम कर लिया तो आपकी ही जिन्दगी के प्रति आपका नज़रिया एकदम बदल जाता है। आपको जिन्दगी बहुत ही आसान और खुबसूरत नज़र आने लगेगी। बस जरूरत है अपने भीतर छुपे उस ज्ञान को पहचानने की। आज जिनके पास दौलत है दुनिया के सभी सुख आराम है वो भी खुश नहीं हैं, और जिनके पास कुछ नहीं वो भी परेशान हैं। सच कहा जाए तो बस आप जीवन को व्यतीत कर रहे हैं उसे जी नहीं रहे हैं, क्योंकि यदि एक बार आपने जिन्दगी का मज़ा लेना शुरू कर दिया तो हर मुश्किल से मुश्किल काम आपके लिए आसान प्रतीत होने लगेगा। यदि आपके मन के भीतर ही शांति ही नहीं है, तो बाहर कितना भी ढूंढ लें आप कभी भी खुद को संतुष्ट नहीं कर पाएंगे। आध्यात्मिकता का अर्थ यह बिल्कुल नहीं कि आप बाकी दुनियादारी छोड़ दें और बस अध्यात्म की तलाश में लगे रहें। इसका अर्थ है कि आप एक बार इस बात पर विचार करें कि क्या आप जिन्दगी को उसी तरह से जी रहे हैं जैसा कि आप चाहते हैं। यदि जवाब 'नहीं' है, तो आपको आन्तरिक संतुलन की आवश्यकता है जो केवल ध्यान योग और आध्यात्म के द्वारा ही पाया जा सकता है। परेशानी और मुश्किलें तो जीवन में आती जाती रहेंगी पर आपको अपनी सोच बदलनी होगी। आप हर परेशानी का सामना आसानी के साथ कर लेंगे यदि आपका मन स्थिर और शांत है। केवल एक बार आध्यात्मिकता को जीवन में शामिल कर के देखें, आप आत्मिक ज्ञान का अनुभव करेंगे और हमेशा आनंदित रहेंगे।
धन का लाभ

जीवन में कई बार हम कड़ी मेहनत के बाद भी सफलता प्राप्त नहीं कर पाते हैं। निराश जिंदगी और हताश दिल से हम निरंतर खुद को और अपनी किस्मत को कोसते रहते हैं। लेकिन कई बार हमारी छोटी-छोटी भूल और गलतियाँ जो हम जाने-अनजाने करते रहते हैं वह हमारे सौभाग्य को दुर्भाग्य में तब्दील कर देती हैं। अगर हम जीवन में कुछ आसान उपायों को अपनायें तो सौभाग्य को प्राप्त भी कर सकते हैं। आइये जानते हैं धन प्राप्ति के 5 उपाय- लग्न राशि के ‘स्वामी ग्रह’ के रंग की कोई वस्तु साथ रखें ज्योतिष के अनुसार हर व्यक्ति की एक चन्द्र राशि होती है और इसी तरह कुंडली में जन्म के समय से सम्बंधित एक लग्न राशि भी होती है। व्यक्ति के गुण और उसके व्यवहार को लग्न राशि काफी हद तक प्रभावित करती है। यदि आपके कार्य नहीं बन पा रहे हैं या आप आर्थिक रूप से तकलीफ में हैं तो अपनी लग्न राशि के ‘स्वामी ग्रह’ के अनुकूल रंग की कोई वस्तु अपने साथ जरूर रखें या स्वामी ग्रह के रंग से संबंधित कोई एक छोटा कपड़ा अपने साथ जरुर रखें। उत्तर दिशा का कमरा और दक्षिण की दीवार अक्सर हम अपने घर को वास्तु के हिसाब से अनुकूल नहीं बना पाते हैं। या तो हमें वास्तु का ज्ञान नहीं होता है या कई बार वास्तु पर विश्वास नहीं करते हैं। किन्तु एक बात याद रखें कि सभी दिशाओं से एक ना एक ग्रह संबंध रखता है और यही ग्रह नकारात्मक और सकारात्मक शक्तियों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं। घर की जिस दिशा में हम अपनी धन की अलमारी को रखते हैं, वह अलमारी, उत्तर दिशा के कमरे में दक्षिण की दीवार पर, अगर लगी हो तो यह, धन वृद्धि में लाभदायक साबित हो सकती है। मुख्य द्वार की दाएं ओर रोजाना एक दीपक जलाया जाये प्रातः सुबह लक्ष्मी की का पूजन घर में प्रतिदिन किया जाना चाहिए और सायंकाल को घर के मुख्य द्वार पर दायीं ओर एक घी का दीया जरूर जलाना चाहिए। इन दोनों कार्यों से धन के देवी लक्ष्मी जी प्रसन्न होकर व्यक्ति के पास ही रहती हैं। घर के मुख्य द्वार पर गणेश जी का स्वरुप गणेश भगवान जी के स्वरूप को घर के मुख्य द्वार पर लगाने से घर में धन सम्बंधित सभी समस्याओं का अंत होता है और घर में नकारात्मक शक्तियों का भी उदय नहीं हो पाता है। घर में तुलसी जी का पौधा और गो माता को प्रतिदिन भोग यदि आप कलयुग में निरंतर तुलसी जी की सेवा करते हैं और गो माता को प्रतिदिन भोग लगाते हैं तो ऐसा करने से धन की देवी लक्ष्मी जी सदैव आपके पास रहती हैं। यह दोनों कार्य एक विद्यार्थी, व्यवसायी, ग्रहणी और नौकरी-पेशे वाले व्यक्ति के लिए अति शुभ बताये गये हैं। घर में सिल्वर तुलसी प्लांट को रखना भी वास्तु के अनुसार शुभ माना जाता है। यदि इन उपायों के साथ-साथ व्यक्ति अपने इष्टदेव का ध्यान निरंतर करता रहता है तो व्यक्ति को सभी प्रकार के दुखों से मुक्ति प्राप्त होतो है और धन का लाभ भी जल्द से जल्द प्राप्त होता है।
जानें सभी राशियों पर प्रभाव और उपाय
- बुध 29 अक्टूबर 2024 को रात 10:44 बजे पर अपनी राशि तुला से वृश्चिक में स्थानांतरित हो रहा है। बुध, जो बुद्धिमत्ता और संचार का प्रतिनिधित्व करता है, एक राशि में लगभग 3 सप्ताह तक रहता है, और इस बार उसका गोचर वृश्चिक राशि में हो रहा है। यह गोचर आपके जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करेगा, और इसके परिणाम हर राशि के लिए अलग-अलग हो सकते हैं, क्योंकि वृश्चिक हर जन्म कुंडली में विभिन्न घरों में होता है। यह समझना महत्वपूर्ण है कि गोचर का प्रभाव किसी की जन्म कुंडली में ग्रह की स्थिति और दशा के आधार पर बदलता है। यदि आपकी कुंडली में बुध की महादशा, अंतर्दशा, या प्रत्यंतर दशा चल रही है, तो बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके लिए विशेष रूप से फायदेमंद हो सकता है। एस्ट्रोयोगी ऐप पर एस्ट्रोलॉजर्स से कंसल्ट करना एकदम आसान है। अभी ऐप डाउनलोड करें और एक सरल और सहज अनुभव का आनंद लें। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर का सभी 12 राशियों पर प्रभाव आइए, जानते हैं कि इस बुध गोचर का आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा और कैसे आप इसका सबसे अच्छा लाभ उठा सकते हैं। मेष राशि प्रिय मेष राशि के जातकों, आप के लिए बुध का वृश्चिक राशि में गोचर मनोवैज्ञानिक बदलाव, सीनियर्स के साथ घनिष्ठ संबंधों के साथ देखा जाएगा। इस बुध गोचर के दौरान, आप का दिमाग जीवन के गहरे पहलुओं से जुड़ जाते हैं, जिससे यह मनोवैज्ञानिक आत्म-विश्लेषण और परिवर्तन के लिए एक बेहतर समय बन जाता है। यह गोचर व्यक्तिगत परिवर्तन की प्रक्रिया को समझने और संभावित रूप से काम करने की आपकी क्षमता को बढ़ाता है। कार्यस्थल पर सीनियर्स के साथ संबंध भी बनेंगे लेकिन तीखी नोकझोंक के कारण तनावपूर्ण रहेंगे। पैसों के मामले में जुनूनी होने या वित्त के संबंध में गोपनीयता के पैटर्न में पड़ने से सावधान रहें। यह समय आपके व्यक्तिगत संबंधों में, संचार अधिक गहन और खुलासा करने वाला हो सकता है। जीवनसाथी के साथ अधिक घनिष्ठता साझा की जाएगी और नए भावनात्मक आयाम तलाशे पाएंगे। बुध गोचर के उपाय: रात को या काम पर जाने से पहले पहली रोटी गाय के लिए रखें और उसे खिला दें। वृषभ राशि प्रिय वृषभ राशि के जातकों, आप के लिए बुध का वृश्चिक राशि में गोचर व्यापारिक साझेदारों के साथ स्पष्ट संचार, वैवाहिक समझौते और सार्वजनिक छवि और प्रसिद्धि के साथ देखा जाएगा। बुध गोचर के दौरान, आप की दूसरों को पढ़ने और समझने की क्षमता बढ़ जाएगी, जिससे आपको अनकहे इरादों और प्रेरणाओं को समझने की अनुमति मिलेगी। कार्यस्थल पर, संचार शैली अधिक रणनीतिक और प्रेरक हो जाती है। व्यावसायिक साझेदारों के साथ संचार करते समय, आपके पास अपने शब्दों के माध्यम से दूसरों को प्रभावित करने की शक्ति होगी, लेकिन इस क्षमता का नैतिक रूप से उपयोग करना महत्वपूर्ण है। कार्यस्थल पर और अंतरंग समाज में भी सार्वजनिक छवि में सुधार होगा। निजी जीवन में आप ऐसे लोगों के प्रति आकर्षित हो सकते हैं जो आपकी बौद्धिक तीव्रता से मेल खा सकते हैं। आप अपने जीवनसाथी या रिश्ते में साथी के साथ अधिक अकेले समय बिताना चाहेंगे। बुध गोचर के उपाय: हरे रंग का कपड़ा हमेशा अपने पास रखें और अपनी बहन या भाभी को कुछ न कुछ उपहार दें। मिथुन राशि प्रिय मिथुन राशि के जातकों, आप के लिए बुध का वृश्चिक राशि में गोचर सकारात्मक कार्य वातावरण, स्वास्थ्य प्रथाओं और बढ़े हुए खर्चों के साथ देखा जाएगा। इस बुध गोचर के दौरान, आप अपने कार्य कौशल में दक्षता में सुधार लाने और अपने स्वास्थ्य और स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित करने ध्यान देंगे। कार्यस्थल पर, आपके विश्लेषणात्मक कौशल में वृद्धि होगी, जिससे यह समस्या-समाधान या नई, अधिक प्रभावी दिनचर्या लागू करने के लिए एक उत्कृष्ट समय बन जाएगा। निजी जीवन में आप अपने साथी के साथ गहन बातचीत की ओर आकर्षित हो सकते हैं। अविवाहित जातकों को इस समय किसी गंभीर रिश्ते की तलाश करने की सलाह नहीं दी जाएगी। बुध गोचर के उपाय: रोजाना सुबह गणेश संकटनाशन स्तोत्र का पाठ करना शुरू करें और गणेश जी को दूर्वा घास चढ़ाएं। कर्क राशि प्रिय कर्क राशि के जातकों, आप के लिए बुध का वृश्चिक राशि में गोचर रचनात्मक अभिव्यक्ति, बच्चों या दोस्तों के साथ आनंदमय समय और यात्रा और उच्च बुद्धि के साथ देखा जाएगा। इस गोचर के दौरान आप अधिक चंचल महसूस करेंगे और आपको कुछ नई रुचियों की खोज हो सकती है। रचनात्मक अभिव्यक्ति में वृद्धि होगी और आप अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में अधिक रचनात्मक दृष्टिकोण अपनाना शुरू कर सकते हैं। कार्यस्थल पर आप सामान्य से अधिक छोटे-छोटे ब्रेक ले सकते हैं लेकिन ये ब्रेक आपकी कार्यकुशलता के लिए बहुत फायदेमंद होंगे। निजी जीवन में, अत्यधिक स्वामित्व या ईर्ष्यालु होने से सावधान रहें क्योंकि इससे समस्याएँ पैदा हो सकती हैं। माता-पिता अपने बच्चों के साथ अधिक सार्थक लेकिन मनोरंजक बातचीत कर सकते हैं। बुध गोचर के उपाय: रोजाना सुबह बुध के बीज मंत्र "ॐ ब्रां ब्रीं ब्रूं सः बुधाय नमः" का जाप करें। सिंह राशि प्रिय सिंह राशि के जातकों, आप के लिए बुध का वृश्चिक राशि में गोचर घर में सकारात्मक बातचीत, भावनात्मक अस्थिरता और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के साथ देखा जाएगा। इस बुध गोचर 2024 के दौरान, आप के विचार अंतर्मुखी हो सकते हैं, अपनी भावनात्मक जड़ों और पारिवारिक गतिशीलता को समझने और उनके साथ अधिक समय बिताने पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। घर से दूर रहने वाले जातक अपने माता-पिता से मिलने घर आ सकते हैं। कार्यस्थल पर आप में कुछ योग्यताओं और दक्षता की कमी हो सकती है, जिससे सीनियर्स आपके प्रति संशय में रहेंगे। निजी जीवन में घर में रिश्ते की चर्चा हो सकती है और पार्टनर को अपने परिवार से मिलवा सकते हैं। आप को भावनात्मक सुरक्षा की अधिक आवश्यकता महसूस हो सकती है। बुध गोचर के उपाय: सौंफ खाना शुरू करें या सुबह सबसे पहले सौंफ का पानी पिएं। कन्या राशि प्रिय कन्या राशि के जातकों, आप के लिए, बुध का वृश्चिक राशि में गोचर बेहतर संचार, गहन सीखने की प्रक्रिया और काम के घंटों में वृद्धि के साथ देखा जाएगा। इस बुध गोचर के दौरान, आप का दिमाग तेज़ और अधिक खोजी हो सकता है, जिसमें अपने वातावरण में छिपी भावनाओं को उजागर करने की तीव्र इच्छा होगी। कार्यस्थल पर, आप उन भूमिकाओं में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं जिनमें रिसर्च और समस्या-समाधान की आवश्यकता हो सकती है। यह प्रस्तुतियों, बातचीत या विचारों को प्रस्तुत करने का एक अच्छा समय होगा। निजी जीवन में आप अपने पार्टनर के साथ ज्यादा समय नहीं बिता पाएंगे। सामान्य बातचीत के दौरान, पुराने मुद्दे फिर से उभर सकते हैं, जिससे गहन उपचार और समझ का अवसर मिलेगा। बुध गोचर के उपाय: रोजाना सुबह गाय को हरी घास खिलाना शुरू करें और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। तुला राशि प्रिय तुला राशि के जातकों, आपके लिए बुध का वृश्चिक राशि में गोचर वित्त, व्यक्तिगत मूल्यों और वैवाहिक सुख पर प्रभाव के रूप में देखा जाएगा। इस बुध गोचर के दौरान आप में वित्तीय रणनीतियों की गहराई से जांच करने और अपने निवेश पर ध्यान केंद्रित करने की प्रवृत्ति अधिक हो सकती है। कार्यस्थल पर, कार्य-संबंधी संसाधनों के बारे में संचार अधिक प्रेरक हो सकता है, जो बातचीत या चर्चा में फायदेमंद हो सकता है। सीनियर्स के साथ मिलना-जुलना और आपके साथ सहजता स्थापित करना अच्छा रहेगा। व्यक्तिगत जीवन में, आप अपने व्यक्तिगत मूल्यों को अपने साथी के मूल्यों के साथ संरेखित करने का प्रयास कर सकते हैं या ऐसे रिश्तों की तलाश कर सकते हैं जो आपके मूल्य की विकसित होती भावना को प्रतिबिंबित करें। बुध गोचर के उपाय: रोजाना सुबह गणेश संकट नाशन स्तोत्र का पाठ करना शुरू करें। वृश्चिक राशि प्रिय वृश्चिक राशि के जातकों, आप के लिए बुध का वृश्चिक राशि में गोचर गहन आत्म-चिंतन, व्यक्तिगत परिवर्तन और अधिक संवादात्मकता के साथ देखा जाएगा। इस बुध गोचर के दौरान आप को अपनी मानसिक प्रवृत्ति पर अधिक भरोसा होगा और आप उन चीजों में रुचि लेंगे जिनके लिए उच्च बौद्धिक क्षमताओं की आवश्यकता हो सकती है। कार्यस्थल पर, आप की केंद्रित और दृढ़ मानसिकता आपको उच्च तीव्रता और दृढ़ता के साथ अपने पेशेवर लक्ष्यों को प्राप्त करने की अनुमति दे सकती है। निजी जीवन में, जोड़े आत्म-सुधार प्रथाओं में तल्लीन हो सकते हैं और एक-दूसरे की व्यक्तिगत प्रेरणाओं और इच्छाओं की गहरी समझ हासिल कर सकते हैं। बुध गोचर के उपाय: हर बुधवार को मूंग की दाल खाना शुरू करें और कुछ जरूरतमंद लोगों को दान भी करें। धनु राशि प्रिय धनु राशि के जातकों, आप के लिए बुध का वृश्चिक राशि में गोचर खर्चों में वृद्धि, गुप्त स्वभाव और निजी जीवन में कुछ विवादों के साथ देखा जाएगा। इस बुध गोचर 2024 के दौरान आप का स्वभाव अधिक गुप्त हो सकता है और आप बहुत सी चीज़ें अपने पास ही रखना चाहेंगे। कार्यस्थल पर, कार्यस्थल की गतिशीलता के बारे में अंतर्ज्ञान मजबूत हो सकता है, लेकिन आप इस दौरान पर्दे के पीछे या अलगाव में काम करना पसंद कर सकते हैं। शत्रु आपके सहकर्मियों के सामने आपकी प्रतिष्ठा और प्रयासों को कमज़ोर करने का प्रयास करेंगे। निजी जीवन में पार्टनर के साथ किसी भी तरह की बहस से बचें। अपने जीवनसाथी के साथ अपने वित्त को सावधानीपूर्वक संभालने का प्रयास करें क्योंकि इस अवधि के दौरान धन पर अतिरिक्त ध्यान देने की आवश्यकता है। बुध गोचर के उपाय: अपनी मौखिक स्वच्छता का अच्छा ख्याल रखें। मकर राशि प्रिय मकर राशि के जातकों, आप के लिए बुध का वृश्चिक राशि में गोचर अच्छी नेटवर्किंग, मित्रों के बढ़ते समर्थन और नवीन विचारों के साथ देखा जाएगा। इस बुध गोचर के दौरान, आप सामाजिक समूहों और मित्र मंडलियों में अपनी भूमिका का पुनर्मूल्यांकन कर सकते हैं। नए संबंध बनेंगे और उनमें से कुछ में दूरियां आ सकती हैं। कार्यस्थल पर, टीम सेटिंग में नेतृत्व की भूमिका निभा सकते हैं। आपके नवीन विचार आपके उद्योग या समुदाय पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं। व्यक्तिगत जीवन में, आप ऐसे साझेदारों की तलाश कर सकते हैं जो आपके दीर्घकालिक लक्ष्यों को साझा कर सकें और आपके सामाजिक दायरे का हिस्सा बन सकें। आप किसी मित्र या किसी पारस्परिक मित्र के माध्यम से मिले किसी व्यक्ति के प्रति भी आकर्षित महसूस कर सकते हैं। बुध गोचर के उपाय: प्रतिदिन सुबह और भोजन के बाद सौंफ खाना शुरू करें। कुंभ राशि प्रिय कुंभ राशि के जातकों, आप के लिए बुध का वृश्चिक राशि में गोचर सीनियर्स के साथ अच्छे संबंध, कार्यस्थल पर व्यावहारिक विचार और सार्वजनिक प्रतिष्ठा पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा। इस बुध गोचर 2024 के दौरान आप पूरी तरह से अपने पेशेवर परिवेश में केंद्रित रहेंगे और आने वाले अधिकांश अवसरों को पाने का प्रयास करेंगे। कार्यस्थल पर, आप की रणनीतिक सोच तेज होगी, जिससे करियर की योजना बनाने या अपने पेशेवर जीवन में महत्वपूर्ण बदलावों को लागू करने का यह एक उत्कृष्ट समय होगा। कार्यस्थल पर जटिल समस्याओं को हल करने की क्षमता बढ़ती है, जिससे संभावित रूप से आपके क्षेत्र में मान्यता या प्रभाव में वृद्धि होती है। निजी जीवन में संतुलन बनाए रखें और इस बात का ध्यान रखें कि आपकी व्यावसायिक महत्वाकांक्षाएं आपके निजी जीवन को कैसे प्रभावित करती हैं। बुध गोचर के उपाय: रात को या काम पर जाने से पहले पहली रोटी गाय के लिए रखें और उसे खिला दें। मीन राशि प्रिय मीन राशि के जातकों, आप के लिए बुध के वृश्चिक राशि में गोचर से उच्च शिक्षा, अध्यात्म में रुचि बढ़ेगी और भाग्य का सहयोग मिलेगा। बुध गोचर के दौरान आप पाएंगे कि आपका भाग्य लगातार आपका साथ दे रहा है और आपकी सभी बाधाएँ और चुनौतियाँ हल हो रही हैं। कार्यस्थल पर, यह बुध गोचर 2024 आपके गहन शोध करने और अपने सहकर्मियों और कस्टमर के साथ जटिल विचारों को संप्रेषित करने की आपकी क्षमता को बढ़ा सकता है। निजी जीवन में शादीशुदा जातक अपने जीवनसाथी के साथ किसी लंबी यात्रा की योजना बना सकते हैं। अविवाहित जातकों की मुलाकात किसी ऐसे व्यक्ति से हो सकती है जो आपकी संस्कृति या धर्म से नहीं है और आपकी ओर आकर्षित हो सकते हैं। बुध गोचर के उपाय: रोजाना सुबह गाय को हरी घास खिलाना शुरू करें
मन्त्र का जाप शुभ फल प्रदान करता है।

आज जिस युग में हम जी रहे हैं, वहां धन अर्थात पैसा एक मौलिक आवश्यकता बन चुका है। तभी तो बोला जाता है कि “बाप बड़ा ना भईया, सबसे बड़ा रुपईया।” आपने कभी कल्पना की है कि अगर आपकी जेब में पैसा ना हो, आपका बैंक अकाउंट बैलेंस खत्म हो, तब आपका क्या होगा? यह बात सोचने भर से ही हमें डर लगता है। इसी डर के कारण कई लोग धन प्राप्ति के लिए कई प्रकार के जादू-टोटकों को अपनाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि हमारे धर्मों और शास्त्रों में भी धन प्राप्ति के लिए उपाय उपस्थित हैं? हर व्यक्ति की एक चन्द्र राशि होती है और हर चन्द्र राशि का एक ‘स्वामी-ग्रह’ होता है, और हर ग्रह का एक इष्टदेव निश्चित है। अगर हम अपने इष्टदेव को प्रसन्न कर लेते हैं तो हमारी व्यापारिक एवं वित्तीय समस्याओं का अंत हो सकता है। तो आइये जानते हैं अपनी राशि के इष्टदेव को और उनको प्रसन्न करने वाले मंत्र को, ताकि हमारे जीवन में धन संबंधित समस्याओं का अंत हो सके- मेष- मेष राशि का स्वामी मंगल ग्रह है। जीवन में आ रहीं, सभी तरह की समस्याओं के लिए अगर भगवान हनुमान जी की आराधना की जाए तो यह काफी मददगार साबित हो सकती है। मन्त्र- ॐ हनुमते नमः का जाप नित्य रोज करने से, आर्थिक और वित्तीय क्षेत्र में लाभ प्राप्त होता है। वृष- वृष राशि का स्वामी ग्रह शुक्र माना जाता है। वृष जातकों को धन संबंधित सभी तरह की समस्याओं के अंत के लिए माँ दुर्गा की पूजा करना लाभदायक साबित हो सकता है। मंत्र- ॐ दुर्गादेव्यै नम: के जाप से वित्तीय समस्याओं का अंत होता है। मिथुन- मिथुन राशि का स्वामी ग्रह बुध है और मिथुन राशि के जातकों को भगवान गणेश जी की पूजा करने से प्रसिद्धी प्राप्त हो सकती है। मंत्र- ॐ गं गणपते नमः के जाप से नौकरी और व्यवसाय में आ रही परेशानियों का अंत होता है। कर्क- चंद्रमा ग्रह, कर्क राशि का स्वामी होता है। ज्योतिष के अनुसार चंद्रमा पर भगवान शिव का राज है। इसलिए अगर कर्क राशि के जातकों को धन संबंधित लाभ प्राप्त करना है तो भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। मंत्र- ॐ नमः शिवाय मन्त्र का नित्य रोज जाप फलदायक साबित होता है। सिंह- सिंह राशि का स्वामी ग्रह सूर्य है। सिंह राशि के जातकों को भगवान सूर्य की पूजा करने से और नित्य प्रति अर्ग चढ़ाने से ऊर्जा प्राप्त होती है। मंत्र- ॐ सुर्यायें नमः का जाप करने से लाभ प्राप्त होता है। कन्या- कन्या राशि का स्वामी बुध ग्रह माना जाता है। इस राशि के जातकों को भगवान गणेश जी की पूजा से शीघ्र ही धन सम्बंधित समस्याओं में लाभ प्राप्त होता है। मंत्र- ॐ गं गणपते नमः मन्त्र का जाप प्रतिदिन सुबह-शाम करने से लाभ प्राप्त होता है। तुला- तुला राशि का स्वामी ग्रह शुक्र है। तुला राशि वालों को देवी लक्ष्मी जी की पूजा लाभदायक मानी जाती है। अब देवी लक्ष्मी जी तो वैसे भी धन की देवी हैं अतः अगर तुला राशि के जातक देवी लक्ष्मी जी को प्रसन्न कर लें तो धन संबंधित समस्याओं का अंत हो जाता है। मंत्र- ॐ महा लक्ष्म्यै नमः मंत्र का जाप करने से लक्ष्मी की वृद्धि होती है। वृश्चिक- वृश्चिक राशि का ग्रह मंगल है। वृश्चिक राशि वालों के लिए हनुमान जी की पूजा शुभ बताई जाती है। मंत्र- ॐ हं हनुमते नमः मन्त्र के जाप से शारीरिक पीड़ा और धन संबंधित पीड़ा का अंत होता है। धनु- धनु राशि ब्रहस्पति ग्रह से संबंध रखती है। धनु राशि वालों के लिए भगवान विष्णु की पूजा शुभ होती है। मंत्र- ॐ श्री विष्णवे नमः मंत्र के नित्य जाप से व्यवसाय में लाभ प्राप्त होता है। मकर- मकर राशि का स्वामी शनि है इसलिए शनि या हनुमान जी की पूजा, इन जातकों के लिए शुभ रहती है। मंत्र- ॐ शम् शनिश्चराये नम: मन्त्र का जाप करने से बाधा दूर होती है और सुख-शान्ति मिलती है। कुंभ- कुंभ का स्वामी शनि है। शनि के गुरु भगवान शंकर माने जाते हैं, इसलिए इस राशि वालों को शनि के साथ-साथ भगवान शंकर की पूजा करनी चाहिए। मंत्र- ॐ महामृत्युंजय नमः मन्त्र का जाप नित्य प्रति सुबह शाम 108 बार करने से सभी प्रकार के दुःख दूर होते हैं। मीन- मीन राशि का स्वामी ब्रहस्पति बताया गया है। इस राशि के जातकों को भगवान नारायण का ध्यान और मन्त्र जप करने से धन संबंधित समस्याओं में लाभ प्राप्त होता है। मंत्र- ॐ नारायणा नमः एवं ॐ गुरुवे नमः मन्त्र का जाप शुभ फल प्रदान करता है।
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